किशमिश खाने से पाचन सुधरता है, खून की कमी दूर होती है और हड्डियाँ मजबूत होती हैं, लेकिन ज़्यादा मात्रा में खाने से वजन बढ़ सकता है और ब्लड शुगर बढ़ सकती है। इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए, और एलर्जी या सल्फाइट से परेशानी होने पर इसे नहीं खाना चाहिए।

किशमिश खाने के फायदे
आयरन का अच्छा स्रोत:
किशमिश में आयरन भरपूर होता है, जो खून की कमी (एनीमिया) को दूर करने में मदद करता है।
पाचन में सुधार:
इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है।
हड्डियों को मजबूती:
किशमिश में कैल्शियम और बोरॉन होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक है।
ऊर्जा प्रदान करती है:
किशमिश में प्राकृतिक शुगर (ग्लूकोज और फ्रुक्टोज) होती है, जो शरीर को ऊर्जा देती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है:
किशमिश में मौजूद विटामिन और खनिज इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं, जिससे बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है।
शरीर को डिटॉक्सीफाई करती है:
भीगी हुई किशमिश का सेवन शरीर से गंदगी बाहर निकालने में मदद करता है और लिवर को साफ करता है।
किशमिश खाने के नुकसान
वजन बढ़ना:
किशमिश में कैलोरी और चीनी की मात्रा ज़्यादा होती है, इसलिए इसका अधिक सेवन वजन बढ़ा सकता है।
ब्लड शुगर में वृद्धि:
डायबिटीज रोगियों को किशमिश का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि इससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है।
पेट संबंधी समस्याएँ:
ज़रूरत से ज़्यादा किशमिश खाने से अपच, गैस और पेट से जुड़ी दूसरी समस्याएं हो सकती हैं।
एलर्जी का खतरा:
जिन लोगों को सल्फाइट्स या अंगूर से एलर्जी होती है, उन्हें किशमिश खाने से बचना चाहिए, क्योंकि सल्फाइट्स एलर्जी का कारण बन सकते हैं।
कैसे सेवन करें?
किशमिश को भिगोकर खाना फायदेमंद होता है, खासकर गर्मियों में, क्योंकि इससे उसकी तासीर ठंडी होती है।
किशमिश का सेवन संतुलित आहार के हिस्से के रूप में सीमित मात्रा में करना चाहिए।
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