लैलूंगा: संसदीय संकुल के अंतर्गत संचालित जनजातीय कौशल परियोजना के तहत लैलूंगा ब्लॉक में कौशल उन्नयन हेतु विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस परियोजना के अंतर्गत ग्रामीण युवाओं को कंप्यूटर ऑपरेटर सह ऑफिस असिस्टेंट का प्रशिक्षण दिया गया, जो लगभग 40 दिनों तक चला।
यह प्रशिक्षण लैलूंगा ब्लॉक के विभिन्न ग्रामों जैसे राजपुर, धप, भवानिपुर, बुलडेगा, गेमकेला, जहरान, मझियामा, बिसिंघा, कटकलिया, पाकरगांव, बांसधाड़, भेलवाटोली, चावरपुर, केंदाटिकरा एवं सलखिया से आए प्रतिभागियों को दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान युवाओं ने कंप्यूटर चलाना, ऑफिस कार्यों की बारीकियां और तकनीकी दक्षताएं सीखी। आज ये युवा इस ज्ञान का उपयोग अपने जीवन में कर रहे हैं।
इसी प्रकार ग्राम धlप में ऑर्गेनिक फार्मिंग एवं वर्मी कम्पोस्ट (जैविक खाद) निर्माण पर भी प्रशिक्षण आयोजित किया गया, जो लगभग 35 दिनों तक चला। इस प्रशिक्षण में गांव की महिला समूहों की “दीदियों” ने हिस्सा लिया। उन्होंने जैविक खाद बनाना, उसका प्रयोग एवं विपणन करना सीखा। आज ये महिलाएं जैविक खाद का उत्पादन कर स्वयं का रोजगार सृजन कर रही हैं।
प्रशिक्षण समाप्ति के पश्चात प्रतिभागियों का मूल्यांकन परीक्षा लिया गया। सफल प्रतिभागियों को NSDC (राष्ट्रीय कौशल विकास निगम) द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया, जिसका वितरण कार्यक्रम के समापन पर किया गया।
इस पूरी परियोजना में ISDG Research Foundation ने मोबिलाइजेशन एवं प्रशिक्षण में अहम योगदान दिया।
यह पहल न केवल युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बना रही है, बल्कि महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।

- मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना: शिरडी, शनि सिंघनापुर व त्रयंबकेश्वर की यात्रा के लिए आवेदन 8 दिसम्बर तक - December 5, 2025
- सरसों तेल के क्या क्या लाभ एवं फायदे हैं? आइए जानते हैं। - December 5, 2025
- अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित, दिव्यांग छात्र-छात्राओं ने दिखाई अपनी प्रतिभा - December 5, 2025
